मम्मा : तू तो गुस्सा था खाना नहीं खाने वाला था अब कैसे खा रहा है।
तुम्हारा भाई : ऐसे ही मम्मा
मम्मा : सच बोल तेले बाबू ने तेले को कसम दे दिया ना ?
तुम्हारा भाई : चुप।
फिर क्या चप्पल रिसीविंग विद 120 km/h
पति और पत्नी बाजार गए, वहां पति
एक औरत को घूर घूर कर देख रहा था,
पत्नी बोली - ऐसे किसी पराई औरत को घूर कर
मत देखा करो, अब तुम शादीशुदा हो,
पति बोला - ऐसा कौन सा नियम है, कि अगर उपवास
हो तो खाने का मैन्यू भी नहीं देख सकते,
पत्नी - सुनो जी तुमने काम वाली बाई को भी नहीं छोड़ा,
उसे भी आई लव यू बोल दिया,
पति - नहीं तो क्यों क्या हुआ?
पत्नी - कल तक मुझे भाभी बुलाती थी,
आज दीदी बुला रही है,
मोनू रात को बेड पर जाकर धीरे से पत्नी से लिपट गया,
मोनू–जानू,आज तो फिर से सुहाग रात मनाने का मन कर रहा है,
पत्नी(चिढ़कर)–रहने दीजिए,आपको बस रात में ही प्यार आता है,
दिन में तो जैसे साँप सूंघ जाता है.
और मोनू के मुँह से सच निकल गया–अरे,क्योंकि रात में अंधेरा होता है न और
दिन में तुम्हारी शक्ल देखकर मूड ही नहीं बनता.
फिर तो 11 दिन तक छत पर मच्छरों ने मोनू के साथ हनीमून मनाया।
कॉलेज में नए-नए पहुंचे रघु को अपनी टीचर से ही प्यार हो गया,
पर वह इजहार नहीं कर पा रहा था।
आखिर एक दिन मौका पाकर काफी हिम्मत जुटाकर उसने मिमियाती सी,
आवाज में कहा–आई लव यू
टीचर ने गुस्से से कहा–इतना धीरे क्यों बोल रहे हो,
जोर से नहीं कह सकते.
रघु जोर से बोला–आई लव यू दीदी।
तुम्हारा भाई : ऐसे ही मम्मा
मम्मा : सच बोल तेले बाबू ने तेले को कसम दे दिया ना ?
तुम्हारा भाई : चुप।
फिर क्या चप्पल रिसीविंग विद 120 km/h
पति और पत्नी बाजार गए, वहां पति
एक औरत को घूर घूर कर देख रहा था,
पत्नी बोली - ऐसे किसी पराई औरत को घूर कर
मत देखा करो, अब तुम शादीशुदा हो,
पति बोला - ऐसा कौन सा नियम है, कि अगर उपवास
हो तो खाने का मैन्यू भी नहीं देख सकते,
पत्नी - सुनो जी तुमने काम वाली बाई को भी नहीं छोड़ा,
उसे भी आई लव यू बोल दिया,
पति - नहीं तो क्यों क्या हुआ?
पत्नी - कल तक मुझे भाभी बुलाती थी,
आज दीदी बुला रही है,
मोनू रात को बेड पर जाकर धीरे से पत्नी से लिपट गया,
मोनू–जानू,आज तो फिर से सुहाग रात मनाने का मन कर रहा है,
पत्नी(चिढ़कर)–रहने दीजिए,आपको बस रात में ही प्यार आता है,
दिन में तो जैसे साँप सूंघ जाता है.
और मोनू के मुँह से सच निकल गया–अरे,क्योंकि रात में अंधेरा होता है न और
दिन में तुम्हारी शक्ल देखकर मूड ही नहीं बनता.
फिर तो 11 दिन तक छत पर मच्छरों ने मोनू के साथ हनीमून मनाया।
कॉलेज में नए-नए पहुंचे रघु को अपनी टीचर से ही प्यार हो गया,
पर वह इजहार नहीं कर पा रहा था।
आखिर एक दिन मौका पाकर काफी हिम्मत जुटाकर उसने मिमियाती सी,
आवाज में कहा–आई लव यू
टीचर ने गुस्से से कहा–इतना धीरे क्यों बोल रहे हो,
जोर से नहीं कह सकते.
रघु जोर से बोला–आई लव यू दीदी।
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